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mausam shayari

Ek dard aur || hindi dard shayari

बिछड़ते वक्त,एक दर्द और दे गया

दिल में रहा,फिर दिल ही ले गया

अब खाली बादल है, ज़िंदगी मेरी

वो सर्दी गर्मी, सारे मौसम ले गया

यही सोच कर रोता हूं, अक्सर मैं

किस जगह अपने, कदम ले गया

छोटी-छोटी बात,सोचने वाला मैं

क्यूं बड़ा फैसला, एकदम ले गया

तोहफ़े भी लिए, और दिए बहुत

वो खुशी ले गया, मैं गम ले गया

और फिर होतीं रहीं, बारिशे वहां

मैं जहां से भी आंखें, नम ले गया

मौसम बदल रहा है || hindi shayari mausam

मौसम बदल रहा है, राहें बदल रही हैं,
हवाओं का रुख तो देखो के सांसें बदल रही है,
बदल रहे हैं चेहरे और तस्वीरें बदल रही हैं,
दुआओं में शरीक नहीं पर तकदीरें बदल रही हैं,
बदल रही है नींदें और रातें बदल रही हैं,
करवटों से ज़्यादा अब बातें बदल रही हैं,
छिन जाएगा सबकुछ गर यादें बदल रही हैं,
हवाओं का रुख तो देखो के सांसें बदल रही है...

जुर्म दोनो ही संगीन हैं || Hindi shayari 2 lines

Kuchh apna andaaz hai kuchh mausam rangeen hai
tareef karu yaa chup rahu jurm dono hi sangeen hai

कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं ?