
gai kudhi vichaari ve
kehndi tere naal kattni aa
zindagi saari ve
me kida samjhawa tainu dil
apne da haal ve
shadd ke duniyaa daari nu mainu
le jaa tu ane naal ve
वो हुज़रा हमको,मक़ान से प्यारा है
उसका इश्क़ हमे, ज़ान से प्यारा है
नफ़रत करता है,अफताफ अंधेरे से
जुगनू को अंधेरा,ज़हान से प्यारा है
तुम्हारे मुंह से,ये अच्छा नहीं लगता
उसका नाम,मेरी ज़ुबान से प्यारा है
वाकी सारे है, इन सितारों की तरह
बस वो एक चेहरा, चांद से प्यारा है
सब काट के,एक लकीर उसकी बना
वो नफा,हज़ार नुकसान से प्यारा है
घूम लो जाकर, हज़ारों देश विदेश
कोई नहीं,जो हिंदुस्तान से प्यारा है
You are a delicate carving of my food.