teri muhabbat bhee kiraaye ke ghar kee tarah thi,
kitna bhi sajaaya par meri nahin huee……
तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी,
कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई……
teri muhabbat bhee kiraaye ke ghar kee tarah thi,
kitna bhi sajaaya par meri nahin huee……
तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी,
कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई……
भगवन का इन्साफ करने का तरीका बहुत अच्छा है, कुछ बुरे कर्म माँ बाप करते हैं लेकिन उसका फल संतान को मिलता है।
कुछ बुरे कर्म संतान करती है लेकिन उसका फल माँ बाप को मिलता है क्यूंकि कोई भी इतना अपने दुःख दर्द में नहीं तडपता जितना अपनों को दर्द में देखकर तड़पता है।
तो थोड़ा सोच कर चलिए बुरे कर्म करोगे आप, भुगतेंगे आपके अपने
Manisha❤️Mann✍️
ये और बात है, के उसने भुला दिया हमें
हमसे उसे आज तक, भुलाया नहीं गया।।
आंसू ना बहाए उसने, तो ये जान लीजिए
इश्क में उसे कभी, आजमाया नहीं गया।।
चाहते तो हम भी, मिल जाता बोहोत कुछ
हमसे ही ये सर कभी झुकाया नहीं गया।।
इश्क के सफ़र में, बोहोत दर्द है, थकन है
जाने क्यूं हमें ये , बताया नहीं गया।।