वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो
Well done is better than well said
वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो
हर रोज़ #update कर रही हुँ अपना #Dil ….
पर ना जाने क्यूँ तेरे #Bina #Error बता रहा है ।