Me manta hu k yaad tujhe bhi meri beshak aati hogi,
magar mere jitni nahi
मैं मानत हूँ कि याद तुझे भी मेरी बेशक आती होगी,
मगर मेरे जितनी नहीं।
-विक्रम
Me manta hu k yaad tujhe bhi meri beshak aati hogi,
magar mere jitni nahi
मैं मानत हूँ कि याद तुझे भी मेरी बेशक आती होगी,
मगर मेरे जितनी नहीं।
-विक्रम
एक दिन जिंदगी ऐसे मुकाम पर पहुँच जाएँगी
दोस्ती तो सिर्फ़ यादों में ही रह जाएँगी
हर बात दोस्तों की याद दिलायेंगी
और हँसते हँसते फिर आँख नम हो जाएँगी
ऑफिस के रूम में क्लासरूम नज़र आएँगी
पैसे तो बहोत होगा
लेकिन खर्चा करने के लम्हें कम हो जायेंगें
जी लेंगे खुल के इस पल को मेरे दोस्त
क्यूँ के जिंदगी इस पल को फिर से नहीँ दोहराएँगी
Tu rabb mila jo menu kita mere te
Kive mull chukawan us karaz da..!!
Tere rang ch rangi rooh nu Jo lagga
Koi labhde ilaz us maraz da..!!
ਤੂੰ ਰੱਬ ਮਿਲਾ ਜੋ ਮੈਨੂੰ ਕੀਤਾ ਮੇਰੇ ‘ਤੇ
ਕਿਵੇਂ ਮੁੱਲ ਚੁਕਾਵਾਂ ਉਸ ਕਰਜ਼ ਦਾ..!!
ਤੇਰੇ ਰੰਗ ‘ਚ ਰੰਗੀ ਰੂਹ ਨੂੰ ਜੋ ਲੱਗਾ
ਕੋਈ ਲੱਭਦੇ ਇਲਾਜ ਉਸ ਮਰਜ਼ ਦਾ..!!