Yaad vo aaya hai barsaat ki trah,
Baat karne mein chehkta tha jo koyal ki trah..
याद वो आया है बरसात में बादल की तरह,
बात करने में चहकता था जो कोयल की तरह।
Yaad vo aaya hai barsaat ki trah,
Baat karne mein chehkta tha jo koyal ki trah..
याद वो आया है बरसात में बादल की तरह,
बात करने में चहकता था जो कोयल की तरह।
Loki kehnde madha ho gya
me v kehta haske
shareer pakhon ho sakda dilon nai
ਲੋਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਮਾੜਾ ਹੋ ਗਿਆ
ਮੈਂ ਵੀ ਕਹਿਤਾ ਹੱਸਕੇ
ਸ਼ਰੀਰ ਪੱਖੋਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਦਿਲੋਂ ਨੀ
तेरे बाद में इश्क नही करता
तू आखरी थी अब मैं किसी पे नही मरता
बोहोत सुना जमाने को मगर
अब मैं लोगो की परवाह नही करता