Zindagi do shabadaa vich es tarah arajh hai
adhi k karaz hai, adhi k faraz hai
ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੋ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿੱਚ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਅਰਜ਼ ਹੈ
ਅੱਧੀ ਕ ਕਰਜ਼ ਹੈ, ਅੱਧੀ ਕ ਫਰਜ਼ ਹ
Zindagi do shabadaa vich es tarah arajh hai
adhi k karaz hai, adhi k faraz hai
ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੋ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿੱਚ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਅਰਜ਼ ਹੈ
ਅੱਧੀ ਕ ਕਰਜ਼ ਹੈ, ਅੱਧੀ ਕ ਫਰਜ਼ ਹ
हर जमाने में मुझे सिर्फ वही एक जमाना याद आया..
ये जमाना भी इस जमाने में उस जमाने के बाद आया..
बचपन के उस जमाने में, हम जो जमाना जिया करते थे..
ये जमाना उस जमाने जैसा नहीं, उस जमाने में जमाने का जो स्वाद आया..
Jinne dard ditte tu rabba hisaab ni koi
Enne supne mere tode k hun mera khwaab ni koi
J jeen nu zindagi ditti hai ta hass k jee lende
eve har pal ravona kyu hai
tu jide naal milona hi ni
tu ode naal milona ee kyo hai