ख़ामोश रहता हूं, जीने की कोई आस नहीं मिलती... पहले बात कुछ और थी, अब वो सुकून की सांस नहीं मिलती... मिलती थी पहले हर छोटी छोटी बातों पर, ढेर सारी खुशियां... अब इन अदाकार चेहरों में मुस्कुराहट भी, कुछ ख़ास नहीं मिलती....
ख़ामोश रहता हूं, जीने की कोई आस नहीं मिलती... पहले बात कुछ और थी, अब वो सुकून की सांस नहीं मिलती... मिलती थी पहले हर छोटी छोटी बातों पर, ढेर सारी खुशियां... अब इन अदाकार चेहरों में मुस्कुराहट भी, कुछ ख़ास नहीं मिलती....
Dil nu thodha kaabu ch rakh mutiyaare
eh aashiqui kai kisma di e
aa jane khne diyaa akhaa vich tainu pyaar dikhda na
aa bhukh jismaa di e
ਦਿਲ ਨੂੰ ਥੋੜ੍ਹਾ ਕਾਬੂ ਚ ਰੱਖ ਮੁਟਿਆਰੇ,
ਇਹ ਆਸ਼ਕੀ ਕਈ ਕਿਸਮਾਂ ਦੀ ਏ,
ਆ ਜਣੇ ਖਣੇ ਦੀਆ ਅੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਤੈਨੂੰ ਪਿਆਰ ਦਿਖਦਾ ਨਾ,
ਆ ਭੁੱਖ ਜਿਸਮਾਂ ਦੀ ਏ