मुझे अफसोस नहीं की
मेरे पास सबकुछ होना चाहिए था,
मैं तब भी मुस्कुराता रहा
जब मुझे रोना चाहिए था...
मुझे अफसोस नहीं की
मेरे पास सबकुछ होना चाहिए था,
मैं तब भी मुस्कुराता रहा
जब मुझे रोना चाहिए था...
काश,जिंदगी सचमुच किताब होती
पढ़ सकता मैं कि आगे क्या होगा?
क्या पाऊँगा मैं और क्या दिल खोयेगा?
कब थोड़ी खुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा?
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
फाड़ सकता मैं उन लम्हों को
जिन्होने मुझे रुलाया है..
जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी यादों ने मुझे हँसाया है…
खोया और कितना पाया है?
हिसाब तो लगा पाता कितना
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
वक्त से आँखें चुराकर पीछे चला जाता..
टूटे सपनों को फिर से अरमानों से सजाता
कुछ पल के लिये मैं भी मुस्कुराता,
काश, जिदंगी सचमुच किताब होती।
Hame bhulane ki koshish karoge
Phir bhi yaad aayenge har pal,
Tum chaho ya na chaho
Hum tumhen sataenge har pal,
Aur
Tumhare saath reh sake ya na reh sake,
Tumhari yaadon main ayenge har pal❤
हमे भुलाने की कोशिश करोगे
फिर भी याद आएंगे हर पल
तुम चाहो या न चाहो
हम तुम्हे सताएंगे हर पल
और
तुम्हारे साथ रह सकें या न रह सके
तुम्हारी यादों में आएंगे हर पल ❤