बहुत से मौसम बदलें शायद, हमें दिल की बात बताने में..
जो प्यार दबा कर रखा है, उस प्यार को उन्हें जताने में..
क्यूं पता नहीं, क्या वक्त लगे, दिल की बात जुबां
तक लाने में..
क्या और भी दूजा है हमसा?, बेबस, लाचार जमाने में..
Enjoy Every Movement of life!
बहुत से मौसम बदलें शायद, हमें दिल की बात बताने में..
जो प्यार दबा कर रखा है, उस प्यार को उन्हें जताने में..
क्यूं पता नहीं, क्या वक्त लगे, दिल की बात जुबां
तक लाने में..
क्या और भी दूजा है हमसा?, बेबस, लाचार जमाने में..
Asin rakheyaa tainu dil vich
te tu saanu nazraan ton v door kita
ਅਸੀਂ ਰੱਖਿਆ ਤੈਨੂੰ ਦਿਲ ਵਿੱਚ
ਤੇ ਤੂੰ ਸਾਨੂੰ ਨਜ਼ਰਾਂ ਤੋਂ ਵੀ ਦੂਰ ਕੀਤਾ
धड़कनों की सिफारिश पर हम चाय पर गए
वरना वो गुलाबी शाम हमसे कजा न होता
अब सामने ही बैठा है महबूब तो क्या बात करे हम
निगाहे बात कर लेता तो वो खफा न होता