आंखें अगर कमजोर होती तो शायद दिल ना लगाते..
जब देख ही नहीं पाते, तो उनसे यूंही थोड़ी ना मिल जाते..
ना उनके चेहरे का दीदार होता, ना आँखों में डूब जाते..
ना आज गमों में होते, ना खुद को मुश्किल में पाते..
आंखें अगर कमजोर होती तो शायद दिल ना लगाते..
जब देख ही नहीं पाते, तो उनसे यूंही थोड़ी ना मिल जाते..
ना उनके चेहरे का दीदार होता, ना आँखों में डूब जाते..
ना आज गमों में होते, ना खुद को मुश्किल में पाते..
Tapti huyi zameen hai jaldhaar bant ta hun
Patjhar ke raston par mein bhaar bant ta hun
Ye aag ka dariya hai jeena bhi bhut mushqil
Nafrat ke daur mein bhi mein pyar bant ta hun🙃❤️
तपती हुई ज़मीं है जलधार बाँटता हूँ
पतझर के रास्तों पर मैं बहार बाँटता हूँ
ये आग का दरिया है जीना भी बहुत मुश्क़िल
नफ़रत के दौर में भी मैं प्यार बाँटता हूँ🙃❤️
भगवन का इन्साफ करने का तरीका बहुत अच्छा है, कुछ बुरे कर्म माँ बाप करते हैं लेकिन उसका फल संतान को मिलता है।
कुछ बुरे कर्म संतान करती है लेकिन उसका फल माँ बाप को मिलता है क्यूंकि कोई भी इतना अपने दुःख दर्द में नहीं तडपता जितना अपनों को दर्द में देखकर तड़पता है।
तो थोड़ा सोच कर चलिए बुरे कर्म करोगे आप, भुगतेंगे आपके अपने
Manisha❤️Mann✍️