बेवफा ने दिल को कई जख्म दिए, कभी मार दिया, कभी छोड़ दिया..
उसे मेरे दिल पे अपना नाम दिखा, फिर भी मुझसे मुँह मोड़ लिया..
मुकदमा हुआ उसपर तो, बेगुनाही निकली वो..
उसके पास अपना दिल था ही नहीं, उसने मेरा लिया या तोड़ दिया..
बेवफा ने दिल को कई जख्म दिए, कभी मार दिया, कभी छोड़ दिया..
उसे मेरे दिल पे अपना नाम दिखा, फिर भी मुझसे मुँह मोड़ लिया..
मुकदमा हुआ उसपर तो, बेगुनाही निकली वो..
उसके पास अपना दिल था ही नहीं, उसने मेरा लिया या तोड़ दिया..
Eh ishq shuruaat ch
mitha lagda badha
baad ch peena eh nu aukha hunda ae
jo koi karle ishq
beshumaar oh baala fir raunda ae
ਐਹ ਇਸ਼ਕ ਸ਼ੁਰੁਆਤ ਚ
ਮਿੱਠਾ ਲਗਦਾ ਬੜਾ
ਬਾਦ ਚ ਪਿਣਾ ਐਹ ਨੂੰ ਔਖਾ ਹੋਂਦਾ ਐਂ
ਜੋ ਕੋਈ ਕਰਲੇ ਇਸ਼ਕ
ਬੇਸੂਮਾਰ ਓਹ ਬਾਲਾਂ ਫਿਰ ਰੋਂਦਾ ਐ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
अगर है प्यार मुझसे तो बताना भी ज़रूरी है
दिया है हुस्न मौला ने दिखाना भी ज़रूरी है
इशारा तो करो कभी मुझको अपनी निगाहों से
अगर है इश्क़ मुझसे तो जताना भी ज़रूरी है
अगर कर ले सभी ये काम झगड़ा हो नहीं सकता
ख़ता कोई नजर आए छुपाना भी ज़रूरी है
अगर टूटे कभी रिश्ता तुम्हारी हरकतों से जब
पड़े क़दमों में जाकर फिर मनाना भी ज़रूरी है
कभी मज़लूम आ जाए तुम्हारे सामने तो फिर
उसे अब पेट भर कर के खिलाना भी ज़रूरी है
अगर रोता नजर आए कभी मस्जिद या मंदिर में
बड़े ही प्यार से उसको हँसाना भी ज़रूरी है
~ मुहम्मद आसिफ अली