Hamari pasand hamesha laazwaab hoti hai
agar zakeen na toh zara apni aur dekh
ਹਮਾਰੀ ਪਸੰਦ ਹਮੇਸ਼ਾ ਲਾਜ਼ਵਾਬ ਹੋਤੀ ਹੇ,
ਅਗਰ ਜਕੀਨ ਨ ਤੋਂ ਜ਼ਰਾ ਆਪਣੀ ਔਰ ਦੇਖ☺️
Enjoy Every Movement of life!
Hamari pasand hamesha laazwaab hoti hai
agar zakeen na toh zara apni aur dekh
ਹਮਾਰੀ ਪਸੰਦ ਹਮੇਸ਼ਾ ਲਾਜ਼ਵਾਬ ਹੋਤੀ ਹੇ,
ਅਗਰ ਜਕੀਨ ਨ ਤੋਂ ਜ਼ਰਾ ਆਪਣੀ ਔਰ ਦੇਖ☺️
वो मेरे चर्चे गुफ्तगू के बहाने से सबसे करते हैं,
ये जान के भी हम इस बात से हर पल मरते हैं,
जिन अपनो को के लिए सीने में मोहब्बत थी,
उनके अब हम पास गुजरने से भी बहुत डरते हैं,
मुझे कैद करके कितना जीने दे सकोगे तुम भला,
देखो कितनी शिद्दत से हम मौत की दुआ पढ़ते हैं,
मेरी जान को गुनाहों से तौल कर क्या पा लोगे,
मेरे हर्फ़ के वजन से गुनाह अक्सर बदलते हैं ,
उर्दू का कोई शायर होता मैं लफ्ज़ संभाल लेता,
गोया अगर होते तो लफ्ज़ न गिरते, न इतना संभलते।
