Ikalle rehan da shauk nahi || Punjabi shayari sad 2 lines was last modified: January 4th, 2020 by Pabla saab
Well done is better than well said
uske ghar ko jati rah par khade hai,
lakeero ko uski tanke khade hai…!
kuchh kar khuda ki mujhe sabr a jaye;
hisse mere mahhobat ya kabr a jaye..!
उसके घर को जाती राह पे खड़े है,
लकीरों को उसकी टांके खड़े है,
कुछ कर खुदा कि मुझे सब्र आ जाती..!
हिस्से मेरे महोब्बत या कब्र आ जाए ..!
एक शक्स यूं मुस्कुराए बैठा है,,
जैसे अपनी हंसी के पीछे बोहत से गम छिपाएं बैठा है…
कहीं कोई पूछ ले हाल उसका तो रो ना दे वो,,
इसीलिए वो अपनी नज़रे यूं झुकाएं बैठा है…
एक शक्स यूं मुस्कुराए बैठा है ।।🥀