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Pehla taa dujeya ch hi uljhe rehnde c asi..
Lgda e ajjkl khud naal mulaqat ho rhi e.
love shayari || Pehla taa dujeya ch hi uljhe rehnde c asi.. Lgda e ajjkl khud naal mulaqat ho rhi e.


Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


ईद के ख़ास मौक़े पर कोई ख़ुदाई से मिले || Pure love hindi shayari

ईद के ख़ास मौक़े पर कोई ख़ुदाई से मिले,
दुश्मन – दुश्मन से मिले भाई – भाई से मिले

दुनियां वालों तुम्हें क्यों जलन होती है अग़र,
मुस्लिम सीख़ से मिले या सीख़ ईसाई से मिले

उस बंटवारे को अल्लाह भी क़बूल नहीं कर्ता,
जो हिस्सा इंसानों को ख़ून की लड़ाई से मिले

ग़ले ज़रूर मिलो मग़र ग़ला काटने के लिए नहीं,
क़ल को क्या पता किसका वक़्त जा बुराई से मिले

ये शायर तेरा आशिक़ है एक ही बात कहता है
हमसे जब भी जो भी मिले दिल की गहराई से मिले

Title: ईद के ख़ास मौक़े पर कोई ख़ुदाई से मिले || Pure love hindi shayari


Thoda se muskuraa de e kafir

थोड़ा मुस्कुरा दे ए काफ़िर,
के कयामत बीत गई,
मायूसी तो रहेगी ही चेहरे पर,
फिर आशियाना बसाते बसाते...

Title: Thoda se muskuraa de e kafir