ਲਿਹਾਜ਼ ਪਿਆਰ ਦਾ ਹੁਣ ਕਾਤੋ ਕਰਾਂ
ਜਦੋਂ ਇਸਦੇ ਕਰਕੇ ਸਾਡਾ ਕੋਈ ਰਿਹਾ ਨੀਂ
ਸੱਬ ਜਖ਼ਮ ਦਰਦ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਕੋਲ ਰੱਖ ਲਏ
ਓਹਨੂੰ ਅਸੀਂ ਖੁਸਿਆ ਪਿਆਰ ਦੇ ਬਗੈਰ ਕੁੱਝ ਦਿਆਂ ਨੀਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ
ਲਿਹਾਜ਼ ਪਿਆਰ ਦਾ ਹੁਣ ਕਾਤੋ ਕਰਾਂ
ਜਦੋਂ ਇਸਦੇ ਕਰਕੇ ਸਾਡਾ ਕੋਈ ਰਿਹਾ ਨੀਂ
ਸੱਬ ਜਖ਼ਮ ਦਰਦ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਕੋਲ ਰੱਖ ਲਏ
ਓਹਨੂੰ ਅਸੀਂ ਖੁਸਿਆ ਪਿਆਰ ਦੇ ਬਗੈਰ ਕੁੱਝ ਦਿਆਂ ਨੀਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ
वो बाहों में मुझे लेके,,,
शादी किसी और से रचाना चाहता है,,,
वो हम बिस्तर तो होता है,,,
हमसफर किसी और को बनाना चाहता है,,,
वो वक्त काटता मेरे साथ है,,,
वक्त बिताना किसी और के साथ चाहता है,,,
वो मुस्कुराता मेरे साथ है,,,
वो मुस्कान किसी और का बनना चाहता है,,,
वो हाथ थामे तो मेरा चलता है,,,
वो जिंदगी का सफर किसी और के साथ चलना चाहता है,,,
वो बाहों में मुझे लेके,,,
शादी किसी और से रचाना चाहता है….।।
Pyara tha tera shahar magar use m nhi bhayi…
Chahti thi jo khushiya vo kbhi mil nhi payi…
Tere sahare duniya ko jan ne lgi thi m…
Kya h duniyadari pehchan ne lgi thi m…
Tere sahare nyi jindgi m mene kadam bhdaye the…yaad h tujhe jab tune mujhse naiya ldaye the..
Dekh tere shahar se aj jane lgi hu m…
Duriyo ko ab ras ane lgi hu m
Tere shahr m rehne k khaab sjane lgi thi m..
Magar un khwabon ko meri nind nahi bhayi….
Ab jo bhi hua sab bhula k dur hu ayi
Tere shahr ko m kbhi raas hi nhi ayi…
Shyna