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manzil shayari

Roshni bhari raahe meri || hindi shayari

रोशनी भरी थी राहें मेरी, जाने कब अंधेरी हो गई..
मंजिल की तलाश में राहों से यारी, और भी गहरी हो गई..
जिन मंजिलों से लेना-देना ना था, वो बदली और मेरी हो गई..
गैर मंजिलों को इतना वक्त दिया के, खुद मंजिल मेरी खो गई..
खैर कोशिशों में कोई कमी ना थी, जो नाकाम मेरी हो गई..
मेरी मंजिल की तलाश अब भी जारी है, भले क्यूं ना देरी हो गई..

भले क्यूं ना देरी हो गई..

मेरी दास्तान || ek ti hi toh raasta

मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !

बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!

माँ की ममता || maa and zindagi shayari

मंजिल दूर और सफ़र बहुत है,
छोटी सी ज़िन्दगी और फिक्र बहुत है,
मार डालता ये जहान कब का हमें,
पर मेरी माँ की दुआओं में असर बहुत है…

           किस्मतों से मिलती है माँ की ममता,
उस ममता में प्यार कभी नही थमता,
खुश-किस्मत हु मैं जो माँ का प्यार मिला,
ज़िन्दगी से मुझे नही है कोई गिला…

Mohobat ka mareez || hindi love shayari

बिन मंजिल का मुसाफिर उसे दर ब_दर भटकना पड़ा

तपती सहराव में नंगे पांव चला ही चलना पड़ा

ता_उम्र उसने खुदा का शुक्र ही अदा किया उसने

मोहब्बत का मरीज__दुआ में मौत मांगा पड़ा

Unke liye hum galat the || Hindi shayari || sad shayari

Na rah mili Na manzil mili
Sath hamare bas gam the
Vo to hmesha se hi sahi the
Unke liye sirf hum galat the 💔

ना राह मिली ना मंज़िल मिली।
साथ हमारे बस गम थे।।
वो तो हमेशा से ही सही थे।
उनके लिए सिर्फ गलत हम थे।।💔