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zindagi shayari

zinda hu tujhe paane || hindi dard love shayari

बिन तेरे जिने मे क्या राखा है ,
अब खोने को कुछ बाकि नही राखा है !

जिंदा हु सिर्फ तुझे पाने के लिऐ ,
वरना जहर पीने मे क्या राखा है !

😊

Araam karo || 2 lines hindi shayari on life

Thoda sa chhup chhup kar khud ke liye bhi ji liya karo
koi nahi kahega k thak gaye ho araam karo

थोड़ा सा ..छुप छुप कर खुद के लिये भी जी लिया करो ..

कोई नही कहेगा कि थक गये हो आराम करों..

Kat rahi hai zindagi || Two line shayari || true line shayari

Kat rahi hai zindagi kuch ese
Titli ka jism jaise daba ho kitab mein… 💔💯

कट रही है ज़िन्दगी कुछ ऐसे…
तितली का जिस्म जैसे दबा हो किताब में….💔💯

तेरा साथ न मिला || Hindi shayari || sad but true

हाथ थाम कर भी तेरा सहारा न मिला
में वो लहर हूँ जिसे किनारा न मिला
मिल गया मुझे जो कुछ भी चाहा मैंने
मिला नहीं तो सिर्फ साथ तुम्हारा न मिला
वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला
मगर जो हम ढूंढ़ रहे थे वो सितारा न मिला
कुछ इस तरह से बदली पहर ज़िन्दगी की हमारी
फिर जिसको भी पुकारा वो दुबारा न मिला
एहसास तो हुआ उसे मगर देर बहुत हो गयी
उसने जब ढूँढा तो निशान भी हमारा न मिला🍂

कुछ सवाल || man ki baat || hindi shayari

इस जीवन से जुड़ा एक सवाल है हमारा~
क्या हमें फिर से कभी मिलेगा ये दोबारा?
समंदर में तैरती कश्ती को मिल जाता है किनारा~
क्या हम भी पा सकेंगे अपनी लक्ष्य का किनारा?
जिस तरह पत्तों का शाखा है जीवन भर का सहारा~
क्या उसी तरह मेरा भी होगा इस जहां में कोई प्यारा?
हम एक छोटी सी उदासी से पा लेते हैं डर का अंधियारा~
गरीब कैसे सैकड़ों गालियां खा कर भी कर लेतें है गुजारा ?
जिस तरह आसमान मे रह जाते सूरज और चांद-तारा ~
क्या उस तरह रह पाएगा हमारी दोस्ती का सहारा ?
जैसे हमेशा चलती रहती है नदियों का धारा~
क्या हम भी चल सकेंगे अपनी राह की धारा ?

Andhere mein sitare || Hindi shayari

Log kehte hai andhere mein akelepan ko dekha hai
Unse kaho ke humne usi andhere mein,
Sitaron ko chamakte huye dekha hai..🍂

लोग कहते है अंधेरे मे अकेलपन को देखा है,
उनसे कहो की हमने उसी अंधेरे मे ,
सितारो को चमकते हुए देखा है..🍂

ख़ुद को जवां तस्वीर || Hindi shayari || life shayari

खुद की जवां तस्वीर बूढ़ी पलकों ने देखी है,
बीती वो जिंदगी अब सूनी सड़कों में देखी है,
हालात वही है बस थोड़ा वक्त का तकाज़ा है,
गुज़रा था जो पल आज फिर थोड़ा ताज़ा है,🍂

Sukun kaha hai ab || hindi shayari || zindagi shayari

Sukun kaha hai ab aisi aab-o-hawa mein
Chal rahi hai zindagi apni apni wafa mein
Tu wafadar bhi hai aur adakaar bhi e zindagi
Jaan chuka hu tere kirdaar, mein pehli hi dafa mein…💯🍂

सुकूं कहां है अब ऐसी आब-ओ-हवा में,
चल रही है जिंदगी अपनी, अपनी वफा में,
तू वफादार भी है और अदाकार भी ए-जिंदगी,
जान चुका हूं तेरे किरदार, मैं पहली ही दफा में…💯🍂