टुकड़े कितने किए तूने बदला पुराना लगता है
तेरे लोट आने की बात अब बहाना लगता है
वैसे तो भूलते नही है हम पर
तेरे साथ बिता वक्त अब पुराना लगता है
Enjoy Every Movement of life!
टुकड़े कितने किए तूने बदला पुराना लगता है
तेरे लोट आने की बात अब बहाना लगता है
वैसे तो भूलते नही है हम पर
तेरे साथ बिता वक्त अब पुराना लगता है
Har roj talashti hu khud ko
Hu shayad mein bhi yahi kahi
Milu gum shayad kisi khayal mein
Khojti hu khud ko khud hi ke swaal mein 🥀
हर रोज तलाशती हू खुद को ,
हू शायद मैं भी यहीं कहीं,
मिलु गुम शायद किसी ख्याल में,
खोजती हु खुद को खुदी के सवाल में,🥀
Kavi da hankaar bahut sookhsam hunda
jo bolda e aksar lafzaa di sajawatt vich luk luk ke
ਕਵੀ ਦਾ ਹੰਕਾਰ ਬਹੁਤ ਸੂਖਸਮ ਹੁੰਦਾ
ਜੋ ਬੋਲਦਾ ਏ ਅਕਸਰ ਲਫਜਾਂ ਦੀ ਸਜਾਵਟ ਵਿਚ ਲੁਕ ਲੁਕ ਕੇ