जो दर्द छुपा था सहमी सी आँखों में उसकी, वक़्त लगा पर दिख गया..
उसे भी शायद कोई गम था ऐसा, जो बेरहम इस जमाने से झिक गया..
आँखें मूंदी कई बार तो उसने, शायद गम को कहीं वो छुपा सके..
मगर हर आंसू जो उसकी आंखों से बहा, अपने हर दर्द की दास्तां लिख गया..
जो दर्द छुपा था सहमी सी आँखों में उसकी, वक़्त लगा पर दिख गया..
उसे भी शायद कोई गम था ऐसा, जो बेरहम इस जमाने से झिक गया..
आँखें मूंदी कई बार तो उसने, शायद गम को कहीं वो छुपा सके..
मगर हर आंसू जो उसकी आंखों से बहा, अपने हर दर्द की दास्तां लिख गया..
Niveaan ton sikh k kive ucheyaan naal jo ral jande ne
ki gal sunawan me lokaan di
sohne raah kise naal bna
hamsafar koi hor hi cun lainde ne
ਨਿਵਿਆਂ ਤੋਂ ਸਿਖ ਕੇ
ਕਿਵੇਂ ਉਚਿਆਂ ਨਾਲ ਜੋ ਰਲ ਜਾਂਦੇ ਨੇ
ਕੀ ਗੱਲ ਸੁਣਾਵਾਂ ਮੈਂ ਲੋਕਾਂ ਦੀ
ਸੋਹਣੇ ਰਾਹ ਕਿਸੇ ਨਾਲ ਬਣਾ
ਹਮਸਫਰ ਕੋਈ ਹੋਰ ਹੀ ਚੁਣ ਲੈਂਦੇ ਨੇ
Haaseyan de naal kise sog di trah..!!
Lagja tu rooh nu koi rog di trah..!!
ਹਾਸਿਆਂ ਦੇ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਸੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!
ਲੱਗ ਜਾ ਤੂੰ ਰੂਹ ਨੂੰ ਕੋਈ ਰੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!