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Pankaj Bhardwaj

I am Pankaj Bhardwaj, I love to write shayri's, poems, stories & songs.... For giving me any suggestions or feedback.... contact me @ (spankaj8368@gmail.com)

ये तो कोई बात नहीं है….

“ना दिल माना, ना रूह मानी, अब तू मेरे साथ नहीं है..

तुझे कोई मुझसे अलग करदे, किसी की औकात नहीं है..

जमाने ने झूठ बोला, चला लिया मैंने…

वादा करके भी वापस ना लौटी तू, ये तो कोई बात नहीं है…।”

Uska faisla sunaa karte hai || hindi shayari

“खैरात में मिली जिंदगी की इनायत नहीं किया करते..

किस्मत में ना हो, उसके लिए शिकायत नहीं किया करते..

उसने जिसको जो दिया है, सोच समझकर दिया है..

उसका फैसला सुना करते हैं, उसे हिदायत नहीं दिया करते…”

Roop tha uska bahut || hindi poem

रूप था उसका बहुत विशाल, राक्षस था वो बहुत भारी..
नाम था दशानन उसका, बुद्धि न जिसकी किसी से हारी..
हर कोई डरता था उससे, हो देव, दैत्य, चाहे नर-नारी..
प्रकोप था जिसका लोकों में, धरती कांपती थी सारी..
देखके ताकत को उसकी, भागे खड़े पैर बड़े बाल-धारी..
विशाल साम्राज्य पर उसके, भारी पड़ गई बस एक नारी..
घमंड को उसके चूर कर दिया, कहा समझ ना तू निर्बल नारी..
विधवंश का तेरे समय आ गया, ले आ गयी देख तेरी बारी..
लंका में बचेगा ना जीव कोई, मति जो गई तेरी मारी..
आराध्य से मेरे दूर कर दिया, भुगतेगी तेरी पीढी सारी..
रघुनंदन आए कर सागर पार, आए संग वानर गदा धारी..
एक-एक कर सबको मोक्ष दिया, सियाराम चरण लागी दुनिया सारी..

क्या और भी दूजा है हमसा?

बहुत से मौसम बदलें शायद, हमें दिल की बात बताने में..
जो प्यार दबा कर रखा है, उस प्यार को उन्हें जताने में..
क्यूं पता नहीं, क्या वक्त लगे, दिल की बात जुबां
तक लाने में..
क्या और भी दूजा है हमसा?, बेबस, लाचार जमाने में..

Uski ek muskuraahat || hindi pyar shayari

उसकी एक मुस्कुराहट, मेरे दिल की कई हसरतों को जिंदा करती है..
उसके रूप की स्याही मानो, कई रंग मेरे दिल में भरती है..
नजाकत से भरी नजरें जैसे, कह रही हों के मुझपे मरती हैं..
जवाब में मेरी नजरें भी उसे, हाँ में इशारा करती हैं..
कहते-कहते कई बातों को, जुबान कई बार ठहरती है..
मन ही मन काफ़ी कुछ कहकर, कुछ भी कहने से डरती है..

Waqt ho kar bhi mujhe waqt naa dena

वक़्त होकर भी मुझे वक़्त ना देना, तेरी आदत सी हो गई है..
मगर तेरे वक़्त का इंतज़ार करना, मेरी इबादत सी हो गई है..
सेहमे हुए होठों से ये पूछने को दिल तो करता है....
क्या तेरे प्यार की इस जंग में मेरी, शहादत सी हो गई है..

गुनेहगार तो मेरा ही दिल है..

जब दिल में दबी उस चाहत को, उसकी यादों ने झिंझोड़ा है..
ब-ब मेरे आंसू बह निकले, जो दर्द हुआ क्या थोड़ा है..?
जिस सख्स की खातिर घर - समाज, हर चीज को हमने छोड़ा है..
कैसे बताऊ ऐ दुनिया वालों, उसी सख्स ने दिल मेरा तोड़ा है..
मैं भूल उसे नहीं सकता अब, दिल बीच में बन गया रोड़ा है..
गुनेहगार तो मेरा ही दिल है, इसने ही उसे मुझसे जोड़ा है..

वो अपने से लगते हैं || hindi love shayari || intezaar

आज दीदार ना हुआ उनका एक बार भी, नाराज से लगते हैं..
सुनाई देती है जैसे ही दस्तक कोई, बार- बार दरवाजे पे भगते हैं..
हर बार कोई और होता है, ख्वाब टूट जाता है, नींद से जगते हैं..
अरे कोई तो खबर करदो उन्हें, इंतजार में हैं, वो अपने से लगते हैं..❤️

Pankaj Bhardwaj

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