rooh shayari
Ye sannata charo aur faila rakha || hindi shayari
Ye sannata jo charo aur faila rakha hai…
Zikar kar do kis baat ki kami hai…🤔
Jism to kya rooh bhi girwi rakh denge teri khushi ki khatir…
Bas bata do in ankhon mein kis baat ki nami hai…❤️
ये सन्नाटा को चारों ओर फैला रखा है…
ज़िक्र कर दो किस बात की कमी है…🤔
जिस्म तो क्या रूह भी गिरवी रख देंगे तेरी खुशी की खातिर…
बस बता दो इन आंखो में किस बात की नमी है…❤️
Rooh juda na ho || love hindi shayari
Thaam loon tera hath is kadar ki sansein juda na ho 🥰
Mohobbat ho charo taraf aur koi khuda na ho 😍
Lakeere tere naam ki mere hathon mein ho ya na ho 😊
Rahe jism bhi alag par rooh juda na ho… ❤
थाम लूं तेरा हाथ इस क़दर की सांसे जुदा न हो, 🥰
मोहब्बत हो चारों तरफ और कोई ख़ुदा न हो, 😍
लकीरें तेरे नाम की मेरे हाथों में हो या न हो,😊
रहे जिस्म भी अलग पर रूह जुदा न हो…❤
Mere sang rehti hai || love Hindi shayari ❤️
है वो मेरी मोहब्बत की रूह, इसलिए पास मेरे वो रहती है..
मुझे पागल समझेगी ये दुनिया, तभी वो कुछ ना कहती है..
सुबह उठे साथ में वो मेरे, शाम आंखों के साथ वो ढलती है..
वो जी ना सकी जो साथ मेरे, तो मरके साथ में चलती है..
राहें तो बदल गयीं उसकी मगर, राहौं से मुडी वो रहती है..
मेरी रूह से जुडना है हक उसका, तभी साथ जुडी वो रहती है..
हर खुशी बांटती है मेरी, हर गम मेरे संग सहती है..
मुझे वो लगती है अपनी, और मुझे वो अपना कहती है….