jazbat shayari
Jazbaat || hindi shayari || love shayari
Mein sayari likhta hu…tum mere jazbaat samaj lo.
Mein alfaaz likhta hu…tum meri Mohabbat samaj lo.
Hai khasiyat yahi hai meri …!
Mein ek dayare mein likhta hu…tum usko meri sharafat samaj lo… !✍️💐💫
मैं शायरी लिखता हूं … तुम मेरे जज़्बात समझ लो।
मैं अल्फाज लिखता हूं…तुम मेरी मोहब्बत समझ लो।
हे खासियत यही है मेरी…!
मैं एक दायरे में लिखता हूं …तुम उसको मेरी शराफत समझ लो!
उसकी अहमियत बताना भी ज़रूरी है || Hindi love poetry
उसकी अहमियत है क्या, बताना भी ज़रूरी है !
है उससे इश्क़ अग़र तो जताना भी ज़रूरी है !!
अब काम लफ़्फ़ाज़ी से तुम कब तक चलाओगे !
उसकी झील सी आंखों में डूब जाना भी ज़रूरी है !!
दिल के ज़ज़्बात तुम दिल मे दबा कर मत रखो !
उसको देख कर प्यार से मुस्कुराना भी ज़रूरी है !!
उसे ये बारहा कहना वो कितना ख़ूबसूरत है !
उसे नग्मे मोहब्बत के सुनाना भी ज़रूरी है !!
किसी भी हाल में तुम छोड़ना हाथ मत उसका !
किया है इश्क़ गर तुमने, निभाना भी ज़रूरी है !!
सहर अब रूठना तो इश्क़ में है लाज़मी लेकिन !
कभी महबूब गर रूठे तो मनाना भी ज़रूरी है !!
Pyar wo hai || Mohobat shayari punjabii
प्यार वो है जो जज्बात को समझे,
मोहब्बत वो है जो एहसास को समझे,
मिलते हैं जहाँ में बहुत अपना कहने वाले,
पर अपना वो है जो बिन कहे हर बात समझे। 💘
Pyar wo hai jo jazbat ko samjhe,
Mohabbat vo hai jo ehsaas ko samajhe,
Milate hain jahaan mein bahut apana kahane vaale,
Par apana vo hai jo bin kahe har baat samajhe