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yaad shayari

Bekaar ki baate || tanhai shayari

बेकार की बाते का बेवक्त में जिक्र कर लिया

हमने तेरे बाद तेरे नाम पे एक घर लिया

अब मै तन्हाई और तेरी यादे सब साथ रहती है

हमने एक दूसरे के साथ एडजस्ट कर लिया

Ek shayar ki mohobatt || dukhi shayari

कभी कभी सोचता हूँ क्या होती होगी एक शायर की मोहब्बत,
दिल जुड़ने पर प्यार भरे शेर,
दिल टूटे पर दुख भरे शेर,
उसकी याद मैं लिखे गए शेर,
और उसकी वापसी आने की उम्मीद मैं लिखे गए शेर |

nafrat na ho…🤫♥️ || pyar n love shayari

याद ऐसे करो की हद्द न हो,

भरोसा इतना करो कि शक न हो,

इंतज़ार इतना करो कि कोई वक़्त न हो,

प्यार ऐसे करो की कभी नफरत न हो…🤫♥️

Yaad aisa karo ki hadh na ho,

Bharosa itna karo ki shak na ho,

Intezar itna karo ki koi waqt na ho,

Pyaar aisa karo ki nafrat na ho…🤫♥️

Kuch sacchi baatein || yaadein shayari hindi

Kapdo pe lagaa daag toh dhul jaata hai

Magar uski khushboo baaki reh jati hai

Jism ke ghaab toh bhar jaate hain

Lekin Dil ke chot nahi bharte hain

Rishtey khatam ho jaati hain

Magar unki nishani reh jaati hai

Log saath chhod dete hain

Lekin yaadein nahi mit ti hain

Teri yaadon main || love shayari

Teri yaadon main hum aise khoye

Kab tu hame chhod gayi aur hum akele ho gaye

Tune Hume sambhal ne ka mauka Tak nahi diya

Ham se hamari khushiyon ka haq bhi tune chhin liya

Meri jaan,meri zindagi tujhpe hamesha hain Fida

Tere bin hum apni duniya main ho chuke hain gumshuda

Dua hai  rab se Laut aa hamari zindagi main phirse

Jee uthenge dobara hum tere pyaar ki ehsaas se

Yeh chaand yeh raat woh taare

ये चांद ये रात वो तारे
सब तो है मेरे पास
और क्या चाहिए तुझे
कुछ बाते कुछ किस्से और मुलाकात
सब तो है मेरे पास
और क्या चाहिए तुझे

हसना रोना और मुस्कुराना
तेरे बाद दिल को बहलाना
वो कागज वो अल्फाज और तेरी याद
सब तो है मेरे पास
और क्या चाहिए…..

Teri yaad bahut || shayari love

तेरी याद बडी जोरो से आई आज 

तू कही मुझे बददुआ तो नही दे रही 

हम ख्वाबों में आए होंगे कल रात को तेरे

तू कल रात से ही शोइ नही

कुछ बातो ने याद आके रुलाया आज

तू कही वो बाते किसे और से तो नही कर रही

यादों का इक महल🏠

यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
उठता है तूफान सीने में जब
जहन में सवाल इक आता है
जब जाना ही है दूर तो
क्यों करीब कोई आता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
जिसे देखना भी नही मुनासिब
आंखे बंद कर करीब उसी को पता है
ढूंढ ले खामियां उसकी हजार पर
दिल तो आज भी बेहतर उसी को बताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
सपने देखता है नई दुनिया बसाने के तू
नींद तेरी आज भी वही चुराता है
बेख्याल होने का करले तमसील भले
मिलने का ख्याल तो आज भी सताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….