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Kartikey Singh

Every word has a character and Each line has it's own world.... Insta: Qafir_khayal

हटा ली आईने से धूल ए ग़ालिब || hindi shayari

हटा ली आइने से धूल ए ग़ालिब,
अब दामन मैला सा लगता है,
रूह तो नापाक थी ही,
अब आंगन भी मैला सा लगता है,
देखना ज़रूर के परिंदे भी छोड़ जायेंगे
बसेरा अपना उस दर से,
जिस दर पर मोहब्बत का मेला भी,
मैला सा लगता है...

मुठ्ठी भर ज़मीन में || Kisan shayari || farmer hindi shayari

मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...

वो मुसाफिर || hindi best shayari latest

जाते जाते एक उम्दा तालीम दे गया,
वो मुसाफिर,
खुदकी तलाश में घर से निकल गया,
वो मुसाफिर,
सोचा साथ जाऊं मैं भी,
पर जाऊंगा कहां,
जा चुका होगा मीलों दूर,
उसे पाऊंगा कहां,
इसी सोच में रात हुई,
नींद का झोंका आ गया,
सुबह आंखे खुली तो सोचा,
क्या वो मौका आज आ गया ?
के चला जाऊं सबसे इतना दूर के कुछ ना हो,
गहरी नींद में बेड़ियां मिले पर सचमुच ना हो,
सच हो तो बस आसमां में परिंदो सी उड़ान हो,
चाहूंगा हर सितमगर का बड़ा सा मकान हो,
वहां आवाज़ देकर झोली फैलाएगा वो मुसाफिर,
तुम्हे देख भीगी पलकें उठाएगा वो मुसाफिर,
मोहब्बत से एक रोटी खिलाकर देखना तुम,
शोहरत से दामन भर जाएगा वो मुसाफिर...

kush puraani tasveer dekhi toh

कुछ पुरानी तस्वीर देखी तो लगा
मासूमियत बस यहीं बाकी है,
अनुभव से कहता हूं,
आज के चेहरों में सिर्फ अदाकारी बाकी है...

महंगा लिबास नहीं || Hindi dard shayari || rooh se

महंगा लिबास नहीं,
खाली जेब का हिसाब नहीं,
निखारनी है सीरत,
मुझे निखरी सूरत का क्या पता...
खुशियों की छांव नहीं,
ठंडी छांव में पांव नहीं,
मुझे मखमली चादर में सोने का
खिताब क्या पता...
पता है उन सुखी रोटियों की कीमत
जो किसी ने हाथ में थमा दी,
हं, मैं फकीर हूं,
मुझे सोने चांदी की कीमत क्या पता...

आसमां छूने की ख्वाहिश || hindi best shayari

आसमां छूने की ख्वाहिश
किसकी नहीं होती,
बस फर्क इतना है,
हर किसी की पूरी नहीं होती,
पूरी होती है उनकी,
जो पसीने की बूंदे नही गिनते ,
अब दुआओं में मेहनत जितनी
बरकत कहां होती,
किसने कहा दुआओं से
सब हासिल हो जाता है,
ऐसा कुछ होता तो आज किसी की
हसरतें बाकी ना होती,
मसला हसरतों का है इसीलिए
मेहनत की तालीम सीखी है,
कुछ तो कमी है खुदा मेरे,
जो दुआएं आज थोड़ी फीकी है...

Jhapkiyaa le lekar thak || True love shayari

झपकियां ले लेकर थक चुकी है ज़िंदगी,
आंखों को नींद का सहारा चाहिए 
और सपनों को उसकी बाहों का....

Rabba ab to reham kar de || hindi shayari

Duaon se ho, darkhwast nhi ho,
Sath to ho mere par, aas paas nhi ho,
Aabad ho ye zameen fir se,esa koi karm kar de,
Ya rabba jhuk gya sir mera bhi, ab tk reham kar de…🙌🙏

दुआओं से हो, दरख़्वास्त नहीं हो,
साथ तो हो मेरे पर, आस पास नहीं हो…
आबाद हो ये ज़मीं फिर से, ऐसा कोई करम कर दे,
या रब्बा झुक गया सिर मेरा भी, अब तो रहम कर दे…🙌🙏

Kartikey Singh

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