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ishq shayari

Tere baad me ishq nahi karta || hindi 2 lines

तेरे बाद में इश्क नही करता 

तू आखरी थी अब मैं किसी पे नही मरता 

बोहोत सुना जमाने को मगर 

अब मैं लोगो की परवाह नही करता 

Badha khudgarj ishq tha tumaahara

बड़ा खुदगर्ज इश्क था तुम्हारा 

खुद में ही सिमट कर रह गया

रोया मैं भी तेरे बाद बोहोत 

फिर चुप चाप कही बैठ गया

और दिल हल्का हुआ तेरे बारे में बोलकर 

जब एक दिन में यारो की महफिल में बैठ गया

इश्क़ मुकम्मल नहीं हुआ तो क्या हुआ || sad hindi shayari

इश्क़ मुकम्मल नहीं हुआ तो क्या हुआ 

अधूरी ख़्वाहिशें मेरे दिल में ज़िंदा तो हैं

क्या हुआ जो आधा अधूरा मैं रह गया 

उससे मेरी शायरी और गज़लें पूरी तो हैं 

Ishq-e-Mohabbat

Tere saath Bitaya hua har pal mujhe Jannat ke barabar lagta hai

Mehsoos hua jo teri nazar se mujhe Ibadat ke barabar lagta hai

Kismat mai apna saath likha ho ya na likha ho

Tere Yaadon ki Daulat mujhe Viraasat ke barabar lagti hai

Ishq kya hai? || ehsaas shayari hindi

ishq kya hai?

  udaas jo hojauu main  to aansoo ,

  uski aankh se jhalak jaye.

  dil pe lagi baat ko bhoolkar ,

  vo meri ek muskurahat pe maanjaye.

  khafa ho jab duniya mujhse,

  to ek vo mujhe seene se lagaye.

  tohfe chah kam hi sahi par mere liye izzat,

  uski aankho me saaf nazar aaye.

  roothna manana to chalta hi hai par jo main rooth jaun ,

  to rooh uski bechain hojaye.

ye ehsaas hi to ishq hai, ye jazbat hi to ishq hai

chup reh kar || hindi shayari || kavita

चुप रह कर, ये क़माल देखने लगा

उस शिकारी का,ज़ाल देखने लगा

उसने कहा, देखो आ गया समंदर

और मैं अपना, रुमाल देखने लगा

पहले उसने मेरा सर रखा,कंधे पर

फिर वो भीगे हुए,गाल देखने लगा

इसको नया इश्क़,मंज़ूर ही कहां है

दिल फिर पुराना,साल देखने लगा

याद आ गए,फिर उसके गाल मुझे

मैं होली में जब,गुलाल देखने लगा

और जब निवाला देकर,ली फोटो

मुस्कुरा के मैं, हड़ताल देखने लगा

Ek ishq ka dard || hindi dard bhari shayari

हकीक़त बता रहा हु, ये सपना समझ रहे हैं

और हर एक आशिक़ का दर्द, एक जैसा है

मैं अपना सुना रहा हूं,ये अपना समझ रहें है

uska ishq hame jaan se pyaara

वो हुज़रा हमको,मक़ान से प्यारा है

उसका इश्क़ हमे, ज़ान से प्यारा है

नफ़रत करता है,अफताफ अंधेरे से

जुगनू को अंधेरा,ज़हान से प्यारा है

तुम्हारे मुंह से,ये अच्छा नहीं लगता 

उसका नाम,मेरी ज़ुबान से प्यारा है

वाकी सारे है, इन सितारों की तरह 

बस वो एक चेहरा, चांद से प्यारा है

सब काट के,एक लकीर उसकी बना 

वो नफा,हज़ार नुकसान से प्यारा है

घूम लो जाकर, हज़ारों देश विदेश

कोई नहीं,जो हिंदुस्तान से प्यारा है